Posts

Showing posts from October, 2021

कहता है इतिहास का झरोखा

Image
कहता है इतिहास का झरोखा….. त्योहारों का देश है भारत दीपों का त्यौहार  भारतीय संस्कृति की है पहचान, दीयों की रोशनी, सौगात है कार्तिक माह की, दीपावली……. कहते है हम  आध्यात्मिक रूप से 'अंधकार पर प्रकाश की विजय'   कहता है इतिहास का झरोखा….. त्योहारों का देश है भारत रघुकुल की रखी लाज श्री राम ने, भाई लक्ष्मण ने समस्त आमोदों का त्याग कर अपनाया सेवाभाव को, शुरुआत हो गई घोर कलयुग की, जिसमे भरा है अंधकार ,झूठ ,फरेब, जिसमें भाई ही बना भाई का दुश्मन …….   कहता है इतिहास का झरोखा….. त्योहारों का देश है भारत जनक दशरथ को दिया प्रण, माँ कैकेयी को दिया भरोसा श्री राम ने, छोड़ अयोध्या को निकल पड़े वन की ओर श्री राम, पर तू और मैं तो अपने स्वार्थ में माँ - बाप को भेज रहे वृद्धाश्रम में……   कहता है इतिहास का झरोखा….. त्योहारों का देश है भारत सर्वज्ञानी रावण ने अहंकार में आकर किया सीता मैया का हरण, पर किया मर्यादा में रह कर, अपनी छाया तक उस पर नही पड़ने दी, पर इस कलयुग में , इंसान के भेष में ले रहा जन्म जानवर , बढ़ रहा है अधर्म , अपरहण, बलात्कर  फिर  बर्बरता से हत्या,   मिलती है उनकी लाशें ,

तिरंगे का इतिहास

Image

बारह खड़ी

Image
बारहखड़ी हिन्दी में व्यञ्जनों तथा स्वरों के संयोग से बनने वाले अक्षरों के क्रम को कहते हैं। इसे संस्कृत में द्वादशाक्षरी कहते हैं जो हिन्दी व्याकरण के अनुसार स्त्रीलिंग शब्द है। This morning, while I was going through my album, I found some adorable pictures hence  decided  to post  them. If students know consonants and vowels, then easily they can construct words in any  language. When  we have to write a word, we apply Barakhadi. Just as a group of beads together forms a rosary, similar groups of letters include a word. This method is called the sequence of letters composed by combining consonants and vowels; the Barakhadi act as a ladder in Hindi languages. If the pronunciation of the word or letter would be correct, then there is no spelling error.In the month of December 2020 students of year Four  have started learning about Barakhadi, they understood. Still, it is tedious for them to apply Barakhadi for all letters as we know that without practicing this, it will  be difficult t

'बाबा मेरे बाबा'

Image
पंद्रह मई का दिन था, मेरी ऑनलाइन कक्षा चल रही थी । अचानक मुझे महसूस हुआ कि माँ किसी से फोन पर बात कर रही थी, वह बहुत परेशान लग रही थी। मैने उनसे जाकर पूछा तो उन्होंने कुछ नही बताया। कुछ देर तक मैं भी अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो गई, पर ना जाने क्यों मेरा दिल घबराने लगा। आज पापा  जल्दी आ  गए, क्यों? मैं तुरंत वापिस बाहर गई तब पता चला कि मेरे 'बाबा' नहीं रहे है। मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। 'बाबा मेरे बाबा'  जिनकी आवाज मे मधुरता और बातो में धैर्यता झलकती थी।उनकी प्यारी- सी मुस्कान सबके मन को लुभाती थी। उन्होंने अपने जीवन मे आई सभी चुनौतियों का सामना डटकर किया, कभी हार न मानी । मेरे बाबा हमेशा मुझे सिखाते थे कि हमें धैर्य रखना चाहिये । हमें  दूसरो का सम्मान करना चाहिये। उनकी एक-एक बात मुझे उनकी याद दिलाती है I  उन्होंने हमेशा मुझे सही राह दिखाई। मैं बहुत खुशकिस्मत हूँ कि मेरे बाबा दुनिया के सबसे अच्छे व्यक्ति है।  मैं हमेशा सोचती थी कि मै जब बड़ी हो जाऊँगी तब  बाबा  के साथ वर्ल्ड टूर पर जाऊँगी, पर बाबा तो मुझे छोड़ कर चले गए। मुझे याद है जब मैने पहली बार उन्हें हिंदी में पत्र

रक्षाबन्धन

Image
  भारतीय धर्म संस्कृति के अनुसार रक्षाबन्धन ( राखी ) का त्योहार श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह त्योहार भाई - बहन के स्नेह का त्योहार है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है , जिसे राखी कहते हैं।   इस दिन बहनें भगवान से अपने भाईयों की लंबी उम्र की और उनके अच्छे भविष्य की दुआ करती है और भाई भी उनकी रक्षा का वचन देते हैं।भाई - बहन एक दूसरे को उपहार देते है।   इस दिन बहनें भगवान से अपने भाईयों की लंबी उम्र की और उनके अच्छे भविष्य की दुआ करती है और भाई भी उनकी रक्षा का वचन देते हैं। भाई - बहन एक दूसरे को उपहार देते है।   राखी का त्योहार कब शुरू हुआ यह हमें नहीं पता , हिन्दुओं पुराणों के अनुसार कई कथाएँ है। कृष्ण और द्रौपदी की कहानी लोकप्रिय है , जिसमे युद्ध के दौरान श्री कृष्ण की उंगली घायल हो गई थी , श्री कृष्ण की घायल उंगली को द्रौपदी ने अपनी साड़ी मे से एक टुकड़ा बाँध दिय

लालची कुत्ता

Image
There are few tales which are very popular till today. Even in our childhood, we enjoyed listening to them from our parents and teachers because they always taught valuable lessons. The greedy dog taught us all about greed and how it causes pain, the rabbit and a tortoise taught us that it is okay to be slow and steady, the fox and the grapes showcased that nothing can be achieved without hard work and so much more. Last week, year 5 students watched the Greedy Dog during their Hindi class and presented the story in a beautiful way which is indeed remarkable. Please watch and share:-