‘बेल बॉटम' (फिल्म समीक्षा)

 

‘बेल बॉटम' (Bell Bottom) फिल्म की कहानी सन 1984 में हुए विमान हाईजैक पर आधारित है, हालांकि फिल्म के पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं फिर भी इस फिल्म को दर्शकों ने काफी पसंद किया ।

फिल्म की शुरुवात में बताया अक्षय कुमार(बेल बॉटम) जिसने विमान अपहरण की  वारदात में अपनी माँ को खोया था । इस हादसे के बाद से उसके रॉ एजेंट (RAW  Agent) बनने का सफर शुरू हुआ ।

इस फिल्म में दिखाया गया कि इंडियन एयरलाइंस के विमान को चार आतंकवादियों द्वारा 24 अगस्त 1984 को हाई जैक कर लिया गया था। जो कि सात सालों में 5 वां विमान हाईजैक का मामला था,हर बार की तरह आतंकवादियों ने यात्रियों की जान के एवज में करोड़ों रुपये की मोटी रकम और भारतीय जेल में बंद खूंखार आतंकवादियों के रिहा करने की मांग रखी । 

 यह फिल्म आतंकवादी संगठन की योजनाओं को विफल करने के लिए एक गुप्त मिशन के इर्द-गिर्द घूमती है । इस स्थिति में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारत की राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए कुछ ठोस कदम उठाए जो कि सहनरनीय थे । इंदिरा गांधी और रॉ की कुशल रणनीति  को इस फिल्म मे खूबसूरती से पिरोया गया है।

बेल बॉटम कैसे अपने साथियों के साथ मिलकर बंधक यात्रियों को आंतकवादियों के चुंगल  से निकालने में सफल हुआ? उसके लिए जरूर देखे 'बेल बॉटम'!!

 


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